कोई भी तीर ठीक निशाने पे न लगा, नज़रें भटक गईं या निशाना ख़राब है। कोई भी तीर ठीक निशाने पे न लगा, नज़रें भटक गईं या निशाना ख़राब है।
यदि वह सर्पनुमा है तो उसे भी अपशकुन ही माना है जाता, यदि वह सर्पनुमा है तो उसे भी अपशकुन ही माना है जाता,