मन से मन की बात..
मन से मन की बात..
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मन से मन की बात करेंगे।
एक नई शुरुआत करेंगे।।
आँखों से आँखे बोलेंगी।
बातें बस जज़बात करेंगे।
अँधियारा ये,कैसे भागे,
मिलकर तहक़ीक़ात करेंगे।।
सूरज ना मिल पाए तो क्या
जुगनू की बारात करेंगे।।
छोड़ो भी जो बीत चुका है
हम सुंदर आगाज़ करेंगे।।
उलझे रिश्तों को सुलझाकर
खुशियों की बरसात करेंगे।।