माँ की ममता
माँ की ममता
छोटी सी दुनिया मेरी, उसका तू शहजा़दा है,
तुझसे प्यार कितना मुझको, हाँ खुद से भी ज़्यादा है।
तेरी एक मुस्कान से, खिल जाए दुनिया मेरी,
तेरी आहट से ही, दस्तक दे खुशियाँ मेरी।
ज़िंदगी को मेरी तूने, एक नया आयाम दे दिया
मां कहकर तूने मुझ को, एक नया नाम दे दिया।
तेरा वह लड़कपन करना, बातें मुझसे वह चंद करना।
प्यार से शैतानी करके फिर, अच्छा लगे बहलाना तेरा।
तू क्या है मेरे लिए, तुझको कैसे मैं कहूं?
तू ही है जान मेरी, दूर तुझसे कैसे रहूं?
तू ही तो दिन है मेरा, तू ही है मेरी रात,
तेरी ही करती रहूँ, हर पल अब मैं बात।
बस यही तमन्ना मेरी, तू बढे़ आगे सदा,
तेरे कदम चूमे खुशियां, गम की ना हो कोई वजह।
