माँ का कलश
माँ का कलश
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा
साजे मईया के दरबार।
कौन गढ़ाये कलशा हो माता
कौन गढ़ाये कलशा
कौन रंगाये कलश हो माता
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा।
कुंभकार गढ़ाये कलशा हो माता
कुंभकार गढ़ाये कलशा
रंगे संगिनी कलश हो माँ का
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा।
कौन विराजे कलशा हो माता
कौन विराजे कलशा
क्या है सजाये कलश ऊपर
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा
साजे मईया के दरबार।
ब्रह्मा,विष्णु,शिव हैं विराजे
माता तेरे कलशा
दीप सजाये कलश ऊपर
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा।
कौन सजाये दीप हो माता
कौन जलाये बाती
कौन ले आये आम की पतियां
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा।
राजासजाये दीप हो माता
रानी सजाये बाती
मालन लाये आम की पत्तियां
साजे मईया के दरबार
नवरात में कलशा।
कौन बिछाए झोली हो माता
कौन रे पाए दर्शन
कहाँ-कहाँ भंडारा होता
देखो मईया के दरबार
नवरात में कलशा
दुःखीजनो ने झोली डाली
भक्त हैं पाए दर्शन
गली-गली भंडारा हो माता
देखो मईया के दरबार
नवरात में कलशा
साजे मईया के दरबार।
