कौन बिछाए झोली हो माता कौन रे पाए दर्शन कौन बिछाए झोली हो माता कौन रे पाए दर्शन
कहाँ वो दिन आज तो सब ईद का चाँद लगता हैI कहाँ वो दिन आज तो सब ईद का चाँद लगता हैI