माँ -बाप
माँ -बाप
कुछ शब्द उनके लिए,
जिनकी वजह से मैं इस दुनियां में आया हूं।
भीड़ है शहर में, पर शायद मैं अकेला नहीं हूं,
सफर में डगमगाता था,
पर उनकी वजह से संभल जाता हूं,
भरोसा उन पर ही करके,
दुनियां का भरोसा जीत पाया हूं,
फक्र है वो मेरे साथ हैं,
जिनकी वजह से मैं चलना सीख पाया हूं ।
हसरतें चांद से पहले उनके कदमों को चूम आती हैं,
जिन्हें फरियाद पूरी करने को ऊपर वाले ने भेजा है ।
मुझे तब - तब जन्नत का दीदार हुआ,
जब जब उनके कदमों पर लेटा हूं,
वो मां - बाप हैं मेरे
और मैं उनका प्यारा सा बेटा हूं।