माँ आदि शक्ति
माँ आदि शक्ति
अष्ट भुजी माँ दुर्गा तुम
आदि शक्ति माँ काली तुम
जब-जब भक्तों ने पुकारा
आद्याशक्ति ने आ कर तारा
महिषासुर का मर्दन करके
नारी शक्ति का कीन्हा विस्तारा
अष्ट भुजी माँ दुर्गा तुम.....।
आदि शक्ति माँ काली तुम.........।।
शोणित बीज को मार गिराया
असुरों का भी किया सफाया
चंड-मुंड संहार किये माँ
चामुंडा फिर नाम धराया
अष्ट भुजी माँ दुर्गा तुम........।
आदि शक्ति माँ काली तुम.........।।
शक्ति ने नृप को शक्ति का वरदान दिया
वैश्य की मुक्ति विनय को सहज ही स्वीकार किया
माँ से पा कर अभयदान
देवों ने भी गुणगान किया
अष्ट भुजी माँ दुर्गा तुम.......।
आदि शक्ति माँ काली तुम......।।
हे माँ सब पर कृपा करो
और सब की आस पुजाओ
अपने बच्चों की रक्षा हित
सिंह चढ़ी माँ आओ
अष्ट भुजी माँ दुर्गा तुम......।
आदि शक्ति माँ काली तुम.....।।
