कटु सत्य..
कटु सत्य..
चाहे मानो या ना मानो
पर ये तो बिल्कुल सत्य है,
हमारे देश का पूरा का पूरा
सिस्टम ही भ्रष्ट है।
घूसखोरी का बोलबाला है
सारा महकमा करप्ट है,
चपरासी से लेकर नेता जी तक
सब जेब भरने में लिप्त हैं।
भ्रष्टाचारी हैं सारे नेता
प्रजातंत्र के ये सब भक्षक हैं,
सेवा करने जिन्हें पहुँचाया संसद
क्या सच में वो देश के रक्षक हैं।
राजनीती के मद में अँधे
सब कुर्सी हड़पने में व्यस्त हैं,
सत्ता के गलियारों में सब
लूट खसोट के अभ्यस्त हैं।
व्यापक रूप से हर तरफ
इतनी अनैतिकता व्याप्त है,
लगता है मानो इन सबकी
जैसे मानवता ही समाप्त है।
सब अथक प्रयास करें तो
शायद कुछ ठीक हो,
बाकी तो क्या कहें जनाब
ये तो पॉलिटिक्स है।
