कर्म
कर्म
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किस्मत का ताला कर्म की
चाबी से ही खुल पाए,
मार्ग खुले जीवन का चाहे
सरपट दौड़ लगाएं।
करें कर्म हम अपनी खातिर,
लगें सभी को प्यारे,
कर्म बिन न गुजारा किसी का
सुनो ध्यान से सारे।
कर्म के बलबूते इतिहास
नया रच पाओगे,
कर्म किये बगैर तुम कहीं
न पूछे जाओगे।
कर्म से ही मिलेगा तुम्हें
मान सम्मान,
कर्म से बनेगी भैया जग
में तुम्हारी पहचान।
कर्म शील मनु ही तो
ईश्वर को लगते प्यारे
कर्म बिन न गुजारा किसी का
सुनो ध्यान से सारे।
