किस्मत का ताला कर्म की चाबी से ही खुल पाए, मार्ग खुले जीवन का चाहे सरपट दौड़ लगाएं। किस्मत का ताला कर्म की चाबी से ही खुल पाए, मार्ग खुले जीवन का चाहे सरपट...
ऐसे समाए उसकी आग़ोश में जैसे बहार आ गई मौसम में। ऐसे समाए उसकी आग़ोश में जैसे बहार आ गई मौसम में।
नाज़ुक सी हथेली में दरारें पड़ गईं जिनको कलम चाहिए , कमाने में पड़ गए नाज़ुक सी हथेली में दरारें पड़ गईं जिनको कलम चाहिए , कमाने में पड़ गए
जल जीवन और हरियाली बिहार सरकार ने मानव श्रृंखला बनवाई। जल जीवन और हरियाली बिहार सरकार ने मानव श्रृंखला बनवाई।
अपने शहर में यूँ, हमें यारी नही भाती। यहाँ मतलब के हैं लोग, जो हमको नहीं आती।। अपने शहर में यूँ, हमें यारी नही भाती। यहाँ मतलब के हैं लोग, जो हमको नह...