खट्टे हरे टिकोरे ! खट्टे हरे टिकोरे !
सूर्य मुस्कुराकर, खुद छिप जाएगा, कि तारों की रौशनी ही, अब इस जहाँ को, नई राह दिखलाएगी! सूर्य मुस्कुराकर, खुद छिप जाएगा, कि तारों की रौशनी ही, अब इस जहाँ को, नई राह दिख...
गुब्बारे ऐसे होते हैं...! गुब्बारे ऐसे होते हैं...!
चिंटू लाल चिंटू लाल। करते घर में बहुत धमाल।। चिंटू लाल चिंटू लाल। करते घर में बहुत धमाल।।
छौनो सी धमा चौकडी अल्हडपन और नादानी थी। माँ जी का शैतान दुलरुआ दादी माँ की दरबानी थी।। छौनो सी धमा चौकडी अल्हडपन और नादानी थी। माँ जी का शैतान दुलरुआ दादी माँ की दरबा...
वो लम्हें कितने अच्छे थे, जब हम बच्चें थे । वो लम्हें कितने अच्छे थे, जब हम बच्चें थे ।