खुशियों का आशीयाना
खुशियों का आशीयाना
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कितने भी दुख आए जीवन में
कभी गम न करना
गम के साए में रहकर भी
आँखें नम न करना
गुजरे सुनहरे लम्हों से
एक लम्हा चुरा लेना
नम हुई आँखों से बस
थोड़ा मुस्कुरा लेना
तुम्हारी एक मुस्कुराहट से
सारे रिश्ते मह्कायेंगे
एक पल के लिए ही सही
सारे दर्द भूल जाएँगे
समय का पहिया है
इसे चलते जाना है
आज गमों का बसेरा है
कल खुशी का आशीयाना है।
