STORYMIRROR

Diwa Shanker Saraswat

Others

4  

Diwa Shanker Saraswat

Others

खेल

खेल

1 min
968

राजा ने एक खेल रचाया

ना थी कोई रोक किसी को

कोई भी मिल सकता उससे

प्रेमासिक्त बातें कर सकता

अपना हाल सुना सकता

राजा ने एक खेल रचाया

पूरा दिन जनता की खातिर

राजा ने आदेश कराया

कोई प्रहरी रोके ना

जो भी मिलने उससे आये

पर दिन भर का ही समय बताया

राजा ने एक खेल रचाया


एक पुष्पों का आया पुजारी

देखी सुंदर पुष्प वाटिका

मन बहलाने बैठ गया वह

बीत गया फिर दिन सारा

राजा से वह मिल नहीं पाया

राजा ने एक खेल रचाया

एक भोजन का प्रेमी आया

पूरी खीर कचौड़ी मिठाई

देख कर उसका मन ललचाया

बीत गया फिर दिन सारा

राजा से वह मिल नहीं पाया

राजा ने एक खेल रचाया


फिर एक आया दिल फेंक

सुंदर रमणी देख देख कर

भंवरे सा फिर वह मंडराया

बीत गया फिर दिन सारा

राजा से वह मिल नहीं पाया

राजा ने एक खेल रचाया

फिर एक आया निर्मोही

सीधे वह राजा तक आया

हुआ प्रफुल्लित मन उसका

राजा ने जब गले लगाया

निर्मोही ही मिल पाया

राजा ने एक खेल रचाया



Rate this content
Log in