कैलेंडर
कैलेंडर
कैलेंडर में बदलती इन तारीखों के साथ,
नववर्ष का आगाज़ होने को है,
एक और वर्ष बीत जाने के बाद,
नववर्ष की शुरुआत होने को है,
भूल जाएं पुरानी सारी कड़वी यादों को,
जो दुख का कारण बन आई थी ,
संजोकर इस साल के मीठे पलों को,
नववर्ष की नई शुरुआत करो,
खुशी और गम दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं,
दोनों को सहर्ष स्वीकार करो ,
कैलेंडर में बदलते पन्नों की तरह,
जीवन से ईष्या व द्वेष को भी हटा दो,
भूलों को कर स्वीकार सहर्ष अपनी
जीवन को अमृत सुधा सा बना दो,
अपने रिश्तो को प्रेम व आनंद से भरकर,
अपनों की सब भूलों को भुला दो,
सब को पास लाने की कोशिश करके ,
वैरभाव सब हृदय से मिटा दो,
कैलेंडर को मिलते नवजीवन की तरह,
अपने जीवन की भी नवीन शुरुआत कर लो।