जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
इश्क में हर बार कपड़े उतरे
ये जरूरी तो नहीं
कभी-कभी सुकून भरी सांसें ही
बांहों में लेने से इश्क गहरा होता है
इश्क में हर बार मिलना ही
जरूरी तो नहीं
कभी-कभी दूरियों में भी
कोई इश्क बरकरार होता है
इश्क में हर बार जीत लेना
जरूरी तो नहीं
कभी-कभी कोई हार कर भी
आशिक को जीता देता है
इश्क में तोहफा देते रहना ही
जरूरी तो नहीं
कभी-कभी दिल देकर भी
कोई अनमोल बन जाता है
इश्क हर बार पूरा हो ही
जरूरी तो नहीं
कभी-कभी इश्क गहरा होकर भी
अधूरा रह जाता है
