जन्मदिन
जन्मदिन
आज उस दिलाज़िज़ का जन्मदिन है
जो शायद मुझे और मैं उसे ख़ुद से ज़्यादा जानते हैं।
मुबारक हो जन्मदिन तुझे मेरे ज़िगर के टुकड़े
मेरी ज़िंदगी में तेरा साथ तो मेरा सुकून है।।
तू हर मुसीबत का सामना करना सीख जाये,
ग़मों में भी मुस्कुराना तुझे आ जाये।
इस ज़िन्दगी की अहमियत को काश तू समझ जाये
तो सच मेरी जान तू भी यादगार लम्हा बन जाये।।
तेरे साथ खाई वो माँ की पोई रोटी
तेरे साथ की जाने वाली हर वो बात नॉटी।
तेरे साथ बिताए हर इक पल खुशियों से भर जाते हैं
तुझसे बात करके दिल के गिटार के धागे बज जाते हैं।।
बेशक तू मेरे पास आ नहीं पाया
ग़ालिबन कुछ न कुछ कारण जरूर है।
पर अपने दिल से वो बात छुपाना भी ग़लत है
तेरे लिए तो जीत की जान भी हरदम हाज़िर है।।