जीना इसी का नाम हैं
जीना इसी का नाम हैं
बहुत कुछ सिखाती है जिंदगी
जो कभी किताबों में भी नहीं पढ़ा
वो आंखों के सामने आ जाता हैं
परिवर्तन ही होता रहता है
हर पल बदल जाती है जिंदगी
जो हम सोचते है नहीं होता है
हम तय कुछ और करते हैं
फिर एक नए वेश में आती है जिंदगी
कभी सुख भरी सुबह
कभी दुख भरी शाम
कभी उजला सा दिन
कभी अंधियारी सी रात
कभी आंसू की धारा बहा देती है
कभी खुशी के फव्वारे फूटते है
पर वो कभी दिखे ही नहीं
हम एक दौड़ में लगे रहते है
के लिए ही भागते रहे, उठते गिरते,
लड़खड़ाते, धड़पड़ाते, कभी घायल भी हो जाते,
पर अपने ध्येय से जो नहीं पीछे हटे,
उनके लिए एक दिन सूर्य को ही नीचे झुक कर
उसकी हथेली पर यश की रौशनी रखनी पड़ती है
पर हर किसी को यश की रौशनी नहीं मिलती
जुगनुओं से ही काम चलाना पड़ता है
और हर हाल में मुस्कुराना पड़ता है
जीना इसी का नाम है।