हमसफर
हमसफर
कोई मेरा अपना, लगता सपना सा
कोई नैन बसेरा,लगता सवेरा सा ।
कोई आँखों का सुरमा, लगता सूरमा सा।
कोई शीतल नीर, लगता पीर सा ।
कोई छाया, लगता हमसाया सा ।
कोई नाज, लगता हमराज सा।
कोई सरदार, लगता जीवन का राजदार सा।
कोई श्रृंगार, लगता गले का हार सा ।
कोई संसार, लगता जीवन का सार सा ।
कोई इंतजार, लगता जन्मो जन्म का प्यार सा।
कोई रफ्तार, लगता साँसों की तार सा ।
कोई आँखों की मस्ती, लगता जीवन की हसीन हस्ती सा ।
कोई रोमांटिक ख्वाब, लगता जीवन में शबाब सा ।
कोई अनुशासित सुंदर कायदा
लगता सात जन्मों का वायदा।
हमसफर, हमराज, हमसाया
जीवन के रोम रोम में समाया ।