हमारी टीचर
हमारी टीचर
सबसे प्यारी सबसे न्यारी
भोली भाली टीचर हमारी
हर पल है मुस्कुराती टीचर।
सब विषयों की ज्ञाता है
घमंड न उनको आता है।
खेल-खेल में हमें पढ़ाएँ
नाचे - गाए खूब हँसाएँ।
नित सुनाती है किस्से टीचर
चूहा-बिल्ली, मोर-पपीहा
शेर, भालू, हाथी और बंदर
सब बसे हैं उनके किस्सों में।
सर्दी, गर्मी और बरखा का
महत्व हमें बताती टीचर।
रिमझिम रिमझिम बूंदों सा
नाच हमें सिखाती टीचर।
सर्दी में बजते गिटपिट दाँतों की
कविता हमें सुनाती टीचर।
गर्मी में हाय-हाय मचाते
कूलर-पंखों की हालत बयाँ
करती हमारी टीचर।
ईद, दिवाली, होली और क्रिस्मस
देश के सब त्योहार बताती टीचर
रोते को हँसाती टीचर
माँ सा स्नेह लुटाती टीचर।