हमारी शान
हमारी शान

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करते है जिससे प्रेम हम और देते है जिसपे जान
जिससे वजूद हमारा वो ही मेरा देश है हिन्दुस्तान
इसकी गुलिस्ताँ में रहकर सँवरता भविष्य हमारा
यहीं गलियों में क्रिक्रेट खेलकर बचपन है गुजारा
सबसे बड़े प्रशंसक है हम ही अपने देश के
इसकी रक्षा का कर्तव्य अब हमें है निभाना