हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा प्रिय लगे, हिन्द देश की शान।
हिन्दी सबकी जान है, भारत की पहचान।।
हिन्दी सबसे खास है, इसमें है सब ज्ञान।
सुबह शाम भी है यही, हम सब का अभिमान।।
हिन्दी दीपक सम लगे, जन_जन का है बोल।
बच्चे भी बोले इसे, भाग्य सभी के खोल।।
परम्परा हिन्दी यहां, का है कहते ग्रंथ।
पढ़कर ज्ञानी हूं बना, हिन्दी देते श्रंथ।।
जन्म हुआ हिन्दी पढ़ा, मरण_शरण तक साथ।
हिन्दी से हर घर सजा, हुआ मजबूत हाथ।।
आई सजकर सब खुशी, हिन्दी से ही मान।
हिन्दी लोचन प्राण है, हिन्दी ही है शान।।
हिन्दी दुनिया में चले, बढते रहे प्रवाह।
हिन्दी भाषा राष्ट्र का, बने यही है चाह।।
हिन्दी में सब सार है, मोहक इसकी साज।
हिन्दी बिन्दी देश की, हिन्दी का हो राज।।
हिन्दी हर लब पर रहे, हिन्दी स्नेह प्रकाश।
कबूल हो यह राष्ट्र में, तम का कर दे नाश।।
हिन्दी घर-घर में सजे,राज्य सभी में मान।
हिन्दी की परचम उड़े, दुनिया में हो शान।।