गुरुदेव भजन
गुरुदेव भजन
गुरूदेव दया करके मुझको अपना लेना
मैं शरण पड़ी तेरे चरणों में जगह देना
मैं शरण पड़ी तेरे चरणों में जगह देना
गुरूदेव दया .......
करुणा निधी नाम तेरा करुणा दिखला जाना
सोये हूँ ये भाग्य को हे नाथ जगा जाना
मेरी नाव भँवर डोले इसे पार लगा देना
गुरुदेव दया.........
पापी हूँ या कपटी हूँ जैसी भी हूँ तेरी हूँ
घरबार छोड़कर मैं जीवन से खेली हूँ
मैं दुख की मारी हूँ मेरे दुखड़े मिटा देना
गुरुदेव दया.......
हे अजर अमर अविनाशी तुम हो अंतर्यामी मैं दीन हीन
चंचल, अभिमानी अज्ञानी तुमने जो नजर फेरी मेरा कहाँ ठिकाना है
गुरुदेव दया.....
तुम सुख के सागर हो, निर्धन के सहारे हो इस तन में समाये हो
मुझे प्राणों से प्यारे हो नित माला जप तेरी नहीं दिल से भुला देना
गुरुदेव दया.....
