गर्मी का मौसम
गर्मी का मौसम
बीत गया ठंडी का मौसम,
गर्मी अब सर चढ़ बोलेगी
मौसम ने अब ले ली करवट,
अब गर्मी प्रखरता घोलेगी
बढ़ते बढ़ते यह गर्मी अब
दोगुनी चौगुनी भी हो लेगी
मस्तिष्क की वो शांत नौका,
मजधार में जा कर डोलेगी
गर्मी की प्रखरता से पारा
अब खून की भाँती खौलेगा
तापमापी मे उपर चढ़ कर
वो राज़ गर्मी के खोलेगा
साधारण तापमान में था ,
वो भी सर चढ़ कर बोलेगा
स्फायगमॉमेनोमिटर का
पारा भी तो अब डोलेगा
मार्च से ले कर जून आधे तक
सूरज भी आँख दिखाएगा
कही बहाएगा पसिना,
कही लू की लहर दौड़ाएगा
सूरज बढ़ाएगा अपनी प्रखरता,
पानी को भाप में बदलेगा
भाप के उन बादलों को पवन भी
धरती की दिशा में मोड़ेगा
बीत जाएगा गर्मी का मौसम
बरसात की ऋतु फिर आएगी
बरसा के भीगे बादलों को
मौसम ठंडा कर जाएगी
गर्मी को हम विदा करेंगे
मौनसुन का स्वागत करेंगे
हरियाली के उस मौसम से
नई पीढ़ी को अवगत करेंगे
