STORYMIRROR

Swati Grover

Others

3  

Swati Grover

Others

गीत

गीत

1 min
216


मोहे रास न आए तेरे गीत

कान्हा कहै, राधै रूठ गई है

उसे झूठी लागै मोरी प्रीत

जग बैरी होतो होत हमारा

तू काहै बन न सकै मेरा मीत

मोहे रास न आए तेरे गीत


कान्हा सोचै, राधै क्यों न बुलाती

न कोई संदेस न कागज़ न पत्री

वंशी सुनै कै भी याद न आती

देह से दुरौ रहे, मन तो तेरै पास

काहै छूट गई मेरे सै आस

लगै टूट गई परतीत, तभी बोलै राधै

मोहे रास न आए तेरे गीत


Rate this content
Log in