Prafulla Kumar Tripathi
Children Stories Drama Inspirational
भारत त्यौहारों का देश,
अलग रंग और अलग है भेष।
जैसे फैले घने हों केश,
चोटी बने तो दिखते एक।।
अलग अलग है इनकी बोली,
एक है चंदन, एक है रोली।
सब मिल करते हंसी ठिठोली,
सीमा पर सहते हम गोली।।
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