दोस्तों की दुनिया
दोस्तों की दुनिया
दोस्ती शब्द समाज में अदब है
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
ये कोई रिश्ता नहीं है बल्कि
इंसानियत की एक मिसाल है
बढ़ते जुर्म को एक सबब है।
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
दोस्ती में कोई लेन देन नहीं
कोई माफी भी हावी नहीं
अरसे बाद मिलो तो खुशी गजब है।
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
दोस्ती में इंसान कभी बूढ़ा नहीं
हंसी मजाक की सीमा नहीं
दोस्तों में ही शेर शायरी ग़ज़ल है
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
ये लोग कमीने भी बहुत होते
पर कमीनापन दोस्ती का होता
दोस्ती का ना जात ना मजहब है।
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
पीठ पीछे बुराई भी करते बहुत
तो सामने हिम्मत भी भरते बहुत
उकसाई हिम्मत से करते करतब हैं।
दोस्तों की दुनिया भी अजब है।।
