दिल्ली
दिल्ली
एक
पिक्चर-पोस्टकार्ड पर
रोशनी से जगमगाते
शहर के
कुछ अँधेरे हिस्से भी होते हैं
हो सके अगर तो
उजाले से निकल बाहर
कभी उधर भी जाकर
आओ ज़रा ।
दो
मैं चाहता हूँ
दिल्ली में
कुछ दिनों के लिए
‘ब्लैक-आउट’ हो जाए
मैं देखना
HI">चाहता हूँ
जगमगाते उजालों के बावजूद
अपराध-राजधानी बना
यह शहर
सचमुच के अँधेरे में
क्या गुल खिलाता है !
रोशनी में जो दिखता है
वह हमें अक्सर हाँ
चकाचौंध ही करता है
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मैं अँधेरे में
भारत की राजधानी का
फक्क पड़ता और
सफेद होता चेहरा
देखना चाहता हूँ ।
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