दिल सब जानता है पर मानता नहीं
दिल सब जानता है पर मानता नहीं
1 min
319
देख उसका यूं शर्माना दिल जानता है,
करती वो भी प्यार मुझसे पर मानता नहीं,
देखती दर्द में वो मुझे आहें भरती है,
देख पर भी अनदेखा करता दिल मानता नहीं,
आंखें कहती हैं मुझसे करती वो भी प्यार है,
पर कहता नजरों का धोखा है आखिर दिल मानता नहीं,
कसूर उसका भी नहीं और मेरा भी नहींं है,
क्या करूं जब तक वो न कहें यह दिल मानता नहीं,
अक्सर जो दिखता वो सच हो यह कहना सही है,
इस कशमकश में दिल रहता और फिर मानता नहीं।