दिल का हुक्म हुआ ...
दिल का हुक्म हुआ ...
दिल का हुक्म हुआ है आज कुछ लिखा जाए,
हाले दिल फिर से बयाँ किया जाए,
बहुत कर लिया आराम तूने ऐ दिल,
अब थोड़ा सा प्यार का इज़हार कर ले,
बुला रहा है तेरा प्यार तुझको आज है छुट्टी मुझको,
आ भी जा कर ले बाते चन्द मेरे साथ,
दौड़े दौड़े हम बढ़ गए उसकी तरफ,
उसकी बाहों का सहारा मिला तो सुकून मिला,
गलती उसकी नही हमारी ही थी शायद,
जो उसको खुद से दूर किया उसको भी उदास किया,
आज दिया हुक्म दिल ने हमको फिर मजबूर किया,
उसके संग गुजारे वक्त अपना हुक्म दिल ने बार बार दिया,
चल पड़े फिर प्यार की राहो पे सपनो में खो गए संग उसके,
चाह कर भी दूर नही रख सकते खुद को उससे,
प्यार हमारा है ही प्यारा सा ना कोई लड़ाई ना झगड़ा,
हर पल शांति चाहते है हम दोनों प्यार के दीवाने ।