Ritu Garg
Others
मौन है रह कर सब कुछ समझ जाना
अब धुंधलाने लगा
अच्छे विचारों का आना
धुंधलाने लगा
मन का मुस्कुराना
आवेगों का आना
फ़िर भी कुछ ना कहना
अब धुंधलाने लाने लगा
जज्बातों में बहना अब
होली उत्सव
आज प्रेम धारा...
किसी एक के न ...
कृष्ण न आए
चंद लम्हों के...
रामलला आए हैं
जन रामार्चन
भावनाएं
काश
लहरों में खो ...