STORYMIRROR

Swapnil Jain

Others

3  

Swapnil Jain

Others

धरा

धरा

1 min
241

इस धरा का इस धरा पर सब धरा रह जायेगा

क्यूँ करता तू इतनी भगदड़ सब धरा रह जायेगा

एक पहर जो हरि भजेगा

इस धरा का इस धरा पर सब धरा रह जायेगा

क्यूँ करता तू इतनी भगदड़ सब धरा रह जायेगा

एक पहर जो हरि भजेगा मोक्ष परम सुख पायेगा

इतना धन तू कमा रहा है साथ ना कुछ भी जायेगा

दो पल अपनों को भी दे दे खुशियां बहुत जुटायेगा

मीठी बोली मुख में धर ले सम्मान बहुत कमायेगा

द्वेष भावना दूर जो कर ले जीवन सफल बनायेगा

जैसा जो कुछ कर्म करेगा वैसा ही फल पायेगा

बाकी इस धरा का इस धरा पर सब धरा रह जायेगा।



Rate this content
Log in