Prafulla Kumar Tripathi
Children Stories Inspirational Children
डोर प्रीत की,
सबके पास।
क्यों फिर कोई,
रहे उदास ?
मित्र साथ हों,
अपने पास।
जीवन दौड़ेगा,
झक्कास !
एक बुलाओ,
दस आएंगे।
खेल खिलौने,
संग लाएंगे।
दूजे इससे,
ललचाएंगे।
प्रीत पाग में,
बंध जाएंगे !
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