ढाल बन जाएगी
ढाल बन जाएगी
डर हम किसानों को नहीं
हम तो कम साधन में भी
अपना जीवन व्यतीत करना जानते हैं
और पिछले कई वर्षों से करते आए हैं
हम अपने साधन के हिसाब से
अपने भूख को घटाते-बढ़ाते हैं
फिर डर हमें क्यों ?और किस बात का ?
डर तो तुम्हें होना चाहिए
क्योंकि तुम्हारी भूख बड़ी है
तुम्हें लूटने की आदत पड़ी है
तुम और ज्यादा और ज्यादा की
बीमारी से ग्रस्त हो
लेकिन एक दिन आएगा और
बहुत जल्द आएगा
जिस दिन तुम्हारी ये बीमारी
तुम्हारे लिए काल बन जाएगी
और हमारी ये लाचारी
हमारे लिए ढाल बन जाएगी।
