चरण चिह्न श्रीराम के
चरण चिह्न श्रीराम के
श्रीराम के विलक्षण चरण चिह्नों से
चिह्नित यह भूमि शोभायमान हुई,
श्रीराम की दृष्टि के प्रभाव से ही
लता वृक्ष फ़सल से देश समृद्ध हुआ।
वन पर्वत नदी और समुद्र भी
श्रीराम की दृष्टि से वृद्धिकर हुए,
जैसे जीव के बिना इन्द्रियाँ ऐसे ही
श्रीराम के बिना हम शक्तिहीन हैं।
श्रीराम के चरणकमलों के अतिरिक्त
हमें और किसी का सहारा नहीं हो,
भक्तवांछाकल्पतरु प्रभु श्रीराम हैं
विश्व स्वामी विश्व आत्मा विश्वरूप हैं।
श्रीराम के चरित्र का श्रवण गान कीर्तन
स्मरण कर भक्तजन आनंदित होते रहते,
जैसे गंगा की अखंड धारा समुद्र में गिरती है
ऐसे मेरी बुद्धि निरंतर प्रभु से प्रेम करती रहे।
पृथ्वी के भार रूप दैत्यों को जलाने के लिए
श्रीराम अग्नि स्वरूप हैं अखंड अनादि हैं,
श्रीराम शरणागत के रक्षक हैं कृपालु हैं
अहैतुक दयालु सर्व दुःख भंजक रघुराई हैं।