चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।
जा रहा है जिस डगर, हाँ! उस डगर तू।
तू रहेगा संग में जो।
तू रहेगा जंग में जो।
पार जाऊंगा डगर मैं।
जीत जाऊंगा समर मैं।
देखना मुझमें नया होगा असर तू।
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।।
विघ्न सारे दूर होंगें।
शैल पथ के चूर होंगें।
साथ में जब हम चलेंगें।
पुष्प बंजर में खिलेंगें।
देखना आसान भी होगा सफर तू।
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।।
लक्ष्य अपने पास होगा।
भाग्य अपना दास होगा।
हम सफलता चूम लेंगें।
मस्तियों में झूम लेंगें।
देखना हम पर कईं होंगीं नज़र तू।
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।।
पूर्ण होंगी कामनाएं।
दूर होंगी वर्जनाएं।
यदि करें खुद को समर्पण।
सत्य, मन से ले अगर प्रण।
देखना हर्षित रहेगा उम्र भर तू।
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।
और का उपकार कर हम।
दूसरों के दुःख हर हम।
कीर्ति-यश को प्राप्त करके।
हम स्वयं को व्याप्त करके।
देखना संसार में होगा अमर, तू।
चल मुझे भी साथ लेकर हमसफ़र तू।।
