छोडो बेकार की बातों को
छोडो बेकार की बातों को
हमें तो बस अपने
काम से मतलब है
औरों की बातों से
हमें क्या लेना ?
हम चमकते
सितारे क्षितिज के
लोग हमें जानते हैं
फिर हमें दूसरों
से क्या लेना ?
हमारी लेखनी
पढ़ते रहें
पर हमें फुर्सत
कहाँ जो आपको
देखा करें!
सराहने की बातें
महानायक करते नहीं
आप सिर्फ पूजा
हमारी करते रहें!!
हमारी भंगिमाओं
वाली तस्वीरों को
अपने आगोश में
भर लें!
पर हमको कहाँ
फुर्सत आपको
देखकर थोड़ी
आहें भर लें!!
हमारी पार्टियां
हमारा जन्म दिन
हमारी हवाई यात्रा
आप देखें!
अपनी प्रशंसा
अपनी बधाई
यात्रा सुखद का
सन्देश दे दें!
आमंत्रण साहित्य
परिषद् को हो
या पुरुष्कार
लेने का जश्न हो !
आपको हर
क्षण में हमको
सहृदय प्रेम से
पूछने का प्रश्न हो!!
हमें तो अपनी
उपलब्धियों से
मतलब है यारों!
छोडो बेकार की
बातों को बस
अपनी राग
सुनो यारों!!
हमें तो बस अपने
काम से मतलब है
औरों की बातों से
हमें क्या लेना ?
हम चमकते
सितारे क्षितिज के
लोग हमें जानते हैं
फिर हमें दूसरों
से क्या लेना?
