बस उम्मीद है....
बस उम्मीद है....
तुम हमें याद करो या ना करो,
हम तुमको हमेशा याद करते है,
तुम हमसे प्यार करो या ना करो,
हम तुम्ही पे जान निसार करते है,
फर्क हम में और तुम में बस इतना है,
हम प्यार को इबादत और तुम खेल समझते हो,
हम जीत ही ना पाए वो बाज़ी क्यों ऐसी शर्त लगा बैठे,
प्यार कोई शर्तो का खेल नही था क्यों हम इसे खेल समझ बैठ,
ज़िन्दगी बेवफा है इंसान भी बेवफा है
क्यों और किसलिए हर कोई परेशान है
समझ नही आता खुशी कहाँ खो गयी
जरा बताओ हमको अच्छे दिन आएंगे हर कोई कह रहा हमसे
पर कब आएंगे अच्छे दिन पता नही
किस्मत बदलने का इन्तेजार हर किसी को की तरह हमको भी
क्या चमत्कार होगा...हो सकता चमत्कार हो जाये
बस उम्मीद है उम्मीद पे दुनिया कायम है ।।।।