भारत
भारत
क्या देखा तुमने भारत को,
क्या देखा तुमने भारत को,
सजी धजी इस इमारत को,
क्या देखा तुमने भारत को,
देशों में ऐसा देश है,
कही मिले ना ऐसा वेश हैं,
चारों ओर मंदिरों की कलाकृति,
देश विदेश में पहचान बढ़ी,
नदिया गाती मल्हार है,
कलाकृति बेमिसाल है,
फूलों की तो बात न पूछो,
कमल यहां का निशान है,
भारत की हैं शान निराली करते बेटे इसकी रखवाली,
जान हथेली पर ले चलते,
शीश नवाने में न हिचकते,
गौरव इसकी आलीशान,
संस्कृति और सभ्यता है इसकी शानदार,
भाषा बोली अलग अलग है,
खान पान सब एक है,
कोई माने या ना मानेे भारत की हम शान है,
भारत की हम पहचान हैं,
तीन रंगों का ये तिरंगा जान से भी ज्यादा हमको प्यारा है,
रंग रूप, जाति, भेष भूषा, भले अलग हो,
पर हम सब भारत कि जान है हम भारत की पहचान है ।
भारत की हम आन हैं भारत की हम शान है,
हम हैं भारत मां के दीवाने
भारत हमारी पहचान हैं।।