Pooja Agrawal
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तुम बसंत की पुरवाई
तुम सर्दी की धूप
तुम छांव हो ग्रीष्म की
तुम सावन की बूंद
साथ तुम हो तो हर मौसम रूहानी है
तुम नहीं तो ,हर ऋतु बेमानी है
जीवन का मूल -...
तुमको क्या ना...
नया दिवस
बेल प्रेम की
जीवन न्योछावर...
सतरंगी खिलौना
बढ़ती उम्र कै...
मुझे आपसे मोह...
तेरी कमी है
कोहराम