अलविदा २०२०
अलविदा २०२०
कुछ दिन और फिर एक नया साल दस्तक देगा,
अंधेरी सी ये रात भी मिटेगी उमीदों से भरा सूरज आसमान में होगा,।।
ये साल बहुत कुछ सिखा कर जा रहा है,
हालातों में डटे रहने का हुनर सिखा कर जा रहा है,
कई लोगो के सर से छत चली गई,
कोरोना की महामारी सारे विश्व में विकराल रूप में फ़ैल गई,
कुछ दिन और फिर एक नया साल दस्तक देगा,
अंधेरी सी ये रात भी मिटेगी उमीदों से भरा सूरज आसमान में होगा,।।
कई राज्य बाड़ से जूझे,
पड़ोसी देश से हमारे मन मुटाव सुलझे,
एक छाते के नीचे सारा विश्व आ गया,
परिस्थितियों में हमे जीना आ गया,
कुछ दिन और फिर एक नया साल दस्तक देगा,
अंधेरी सी ये रात भी मिटेगी उमीदों से भरा सूरज आसमान में होगा,।।
इस साल महीनों तक घर पर हम बंद रहे,
घर पर रह कर भी हम ज़िन्दगी को जीते रहे,
मोबाइल और विज्ञान ने दूरियों को कम किया,
कला गीत और साहित्य ने हमारे अंदर आस को जागृत किया,
कुछ दिन और फिर एक नया साल दस्तक देगा,
अंधेरी सी ये रात भी मिटेगी उमीदों से भरा सूरज आसमान में होगा,।।
मास्क का चलन हमारे परिधान में आया,
साफ सफाई और स्वच्छता का महत्व हमे समझ आया,
दुख दर्द से भरा २०२० था,
ये साल सबके लिए एक सबक था,
कुछ दिन और फिर एक नया साल दस्तक देगा,
अंधेरी सी ये रात भी मिटेगी उमीदों से भरा सूरज आसमान में होगा,।।
हंसना हम भूले नहीं,
लड़ रहे हैं हम हालात से हार हमने मानी नहीं,
फिर से वो जगमगाता दौर वापास आयेगा,
हालात भी सवरेंगे ये नया साल नई आस अपने साथ लाएगा।