अजब गजब प्रणाली
अजब गजब प्रणाली
जिंदगी की राहों में भीड़ बड़ी निराली है
कुछ को अपना तो कुछ को पराया करने वाली है
संघर्ष करते हुए असफल होकर भी नहीं घबराता हूँ
क्योंकि इस राह पर ही तो आने वाली खुशहाली है।
आत्मचिंतन ही मनुष्य में होता सर्व शक्तिशाली है
जिसके बिना जीवन की हर राह काली है
जो पाया जितना पाया उसमे ही संतोष करो
आत्मसंतुष्टि में ही होती जीवन की लाली है।
मेरा तेरा करने से ही आती फिर कंगाली है
मोह माया में बंध कर जीवन में होती बदहाली है
जात धर्म का भेद मिटा प्रेम भाव से रहना सीखो
मैत्री भाव रखने वाले की होती हर रोज़ दीवाली है।
ज्ञान का प्रकाश जिसमें हो वही सबसे बलशाली है
सत्कर्म करने वाले कि रक्षा करती माँ शिवाली है
भगवान पर आस्था रख जग में सफल हुआ जो भी
उसके संघर्षों की गवाही देते पत्ता-पत्ता डाली-डाली हैं।
भारत माँ का सैनिक ही होता देश का सच्चा माली है
फिर भी न जाने क्यों सब देते उसको ही गाली हैं
सीमा पर प्रहरी के बिना सुरक्षित रहना संभव नहीं
न जाने कैसी इस देश की कैसी अजब-ग़जब प्रणाली है।
सरकारी दफ्तरों में रुपयों की होती खूब दलाली है।
जिसके पास पैसा है उनकी हर रोज़ दीवाली है।
न सोचें कोई इस देश के किसानों के बारे में
उनके बिना तो जिंदगी में आती बदहाली है।