आया सावन झूम के
आया सावन झूम के
शीतल पवन झोंके लिए आया सावन झूम के।
रिमझिम-रिमझिम बारिश वाला आया सावन झूम के।।
बादलों की सौगात लेकर आया सावन झूम के।
मौसम रूत मन भावन लिए आया सावन झूम के।।
तपती धरा पर बूंद बूंद से प्यार बरसाता आया सावन झूम के।
शीतलता से विरह ताप को दूर भगाता आया सावन झूम के।।
संदल सी महक लिए नव यौवन आया सावन झूम के।
प्रेम को बढ़ाता प्यार का परिधान लिए आया सावन झूम के।।
बागों में झूलों की उमंग कजरी तीज लिए आया सावन झूम के ।
रूनझुन राग, सुहानी फूलों की महक लिए आया सावन झूम के।
कोयलिया कू-कू कर रही, अनुराग लिए आया सावन झूम के।
भंवरे कलियों पर मंडराये, गुंजन राग लिए आया सावन झूम के।।
किसान को हर्षित कर अंकुरित बीज लिए आया सावन झूम के।
मदमस्त बयार संग बरसात की फुहार लेकर आया सावन झूम के
मखमली बूंदों संग इंद्रधनुषी सप्त रंग लिए आया सावन झूम के।
नभ में दमक दामिनी धमक के साथ आया सावन झूम के।।
राखी के त्यौहार संग भाई-बहन का प्यार लिए आया सावन झूम के
शिव प्रेमियों के लिए पवित्र अवसर लेकर आया सावन झूम के।।
