आ रहे हो कान्हा
आ रहे हो कान्हा
धर्म की हानि
अन्याय का विस्तार
बकवास की आजादी
उच्च पदों की गरिमा का हनन
और ना जाने, कितने ही कांड
--------- अवतरित हो रहे हो कान्हा!!
मन का द्वंद, अंतर्द्वंद
विश्वास पर भारी व्याभिचार
सम्बन्धों की बरबादी
चहुंओर, मान और मर्दन
टूटते फूटते, बर्तन और भांड
--------- अवतरित हो रहे हो कान्हा!!
आत्मा के संवाद
परमात्मा का परिहार
शब्दों, अर्थों की त्रासदी
बिगड़ता, हर वातावरण
लीक से हटते, सूरज और चांद
--------- अवतरित हो रहे हो कान्हा!!
देने, युद्ध का साहस
करने अधर्म का संहार
बनकर, विशाल संवादी
सहेजने, धर्म सनातन
सामने यक्ष प्रश्न का तांडव
--------- अवतरित हो रहे हो कान्हा!!