कई दफा मॉल में यूं ही विंडो शॉपिंग कर लेता हूँ,इसी वक़्त मेंआराम सा है आजकल,जब से वार्डरोब में बंद क... कई दफा मॉल में यूं ही विंडो शॉपिंग कर लेता हूँ,इसी वक़्त मेंआराम सा है आजकल,जब स...
फिसलती रेत को कौन पकड़ पाया, समय ने सबको अपनी उंगलियों पर नचाया। फिसलती रेत को कौन पकड़ पाया, समय ने सबको अपनी उंगलियों पर नचाया।
ऐसे जीते हैं ज़िन्दगी यारों । रोज़ अपना हिसाब देखते हैं । ऐसे जीते हैं ज़िन्दगी यारों । रोज़ अपना हिसाब देखते हैं ।
पलटना चाहता हूँ मैं उसे आज भी लेकिन सोचता हूँ साथ कुछ देर और बिता लूँ। पलटना चाहता हूँ मैं उसे आज भी लेकिन सोचता हूँ साथ कुछ देर और बिता लूँ।
तुम खुश रहो , जहां रहों, जिसके साथ रहो मेरे अथाह स्नेह और पागलपन के लिए तुम्हे पाने के लिए ज़िद के... तुम खुश रहो , जहां रहों, जिसके साथ रहो मेरे अथाह स्नेह और पागलपन के लिए तुम्ह...
कम लिखे को ज्यादा समझना..! जो लिख नहीं पाई, उसे मेरा कहा समझना..! कम लिखे को ज्यादा समझना..! जो लिख नहीं पाई, उसे मेरा कहा समझना..!