मैं एक गृहणी हूं, इंजीनियरिंग में स्नातक और हिंदी से परास्नातक की शिक्षा ली है, साहित्य में रूचि है, पढना और लिखना दोनो पसंद है..!!
और मैं छोटी छोटी आंखे मिचका कर उसे कह रहा था लव यू यार। और मैं छोटी छोटी आंखे मिचका कर उसे कह रहा था लव यू यार।
एक दिन टीचर जी ने ऐसी खबर सुनाई कि उसके सपनों को पंख मिल गये एक दिन टीचर जी ने ऐसी खबर सुनाई कि उसके सपनों को पंख मिल गये
आप ये मैन गेट का लॉक खोल दो अब... मुझे बाहर जाना है... आप ये मैन गेट का लॉक खोल दो अब... मुझे बाहर जाना है...
ये कौन सा मौसम है, पेड़ ,पौधे, पशु, पक्षी सब बहुत खुश नजर आ रहे हैं... ये कौन सा मौसम है, पेड़ ,पौधे, पशु, पक्षी सब बहुत खुश नजर आ रहे हैं...
ठहर कर खुद को वापस पाना है.... ठहर कर खुद को वापस पाना है....
विचारो का प्रवाह जैसे भी हो उसे होने देना चाहिए यही तो जीवन है,खुद ब खुद प्रवाह होता है। विचारो का प्रवाह जैसे भी हो उसे होने देना चाहिए यही तो जीवन है,खुद ब खुद प्रवाह ...
आसमान एकदम साफ है.. नीला, नहीं.. हल्का नीला... नहीं आसमानी... वही आसमानी जो चित्रो में ही देखते रहे ... आसमान एकदम साफ है.. नीला, नहीं.. हल्का नीला... नहीं आसमानी... वही आसमानी जो चित्...
"इतने प्यार से मुझे देखोगी तो पोहा बुरा मान जाएगा.. " "इतने प्यार से मुझे देखोगी तो पोहा बुरा मान जाएगा.. "
नहीं दीदी, बाहर तो नहीं निकल रहे, लेकिन रोज नयी नयी बात निकल रही है नहीं दीदी, बाहर तो नहीं निकल रहे, लेकिन रोज नयी नयी बात निकल रही है
"तो फिर... आज से ये तय रहा.. इन इक्कीस दिन में.. इस बुरी आदत से छुटकारा.. " "तो फिर... आज से ये तय रहा.. इन इक्कीस दिन में.. इस बुरी आदत से छुटकारा.. "