I am an Engineer by profession. Working with MNC. Experienced life very closely in all situations. Trying to convert these experiences into words. Published poetry book "Kuchh Ishqiya Kuchh Zindagi" co written with poet friend.
दिखता नहीं जो छिपा हुआ है अंतर्मन में काफ़ी भीतर तक घुसा हुआ है। दिखता नहीं जो छिपा हुआ है अंतर्मन में काफ़ी भीतर तक घुसा हुआ है।
सीख गया सब हाथ पकड़कर बस जैसे बरसों की हो पहचान सीख गया सब हाथ पकड़कर बस जैसे बरसों की हो पहचान
ऐसा तो नहीं हमेशा खुश रहूँ जो भी तू दे बस चुपचाप सहूँ ऐसा तो नहीं हमेशा खुश रहूँ जो भी तू दे बस चुपचाप सहूँ
सब कुछ पा कर भी पाया कुछ नहीं सब कुछ देकर भी तू लाया कुछ नहीं। सब कुछ पा कर भी पाया कुछ नहीं सब कुछ देकर भी तू लाया कुछ नहीं।
नया साल इंद्रधनुष के सब रंग लाया है फिर कुछ नया करने का मौका आया है नया साल इंद्रधनुष के सब रंग लाया है फिर कुछ नया करने का मौका आया है
अपना शहर अनजाना हो गया चाव से बनाया था जो आशियाना । अपना शहर अनजाना हो गया चाव से बनाया था जो आशियाना ।
अल्हड़पन के कितने किस्से भूल गया हूँ पर अपनी कुछ करामातें याद है कुछ बातें याद है अल्हड़पन के कितने किस्से भूल गया हूँ पर अपनी कुछ करामातें याद है कुछ बाते...
हालात एक से ही होंगे सबके कोई सच बोलता है, कोई झूठा हो जाता है हालात एक से ही होंगे सबके कोई सच बोलता है, कोई झूठा हो जाता है
हिम्मत दी, हौसला दिया मुस्कुरा कर दिल में विश्वास दिया हिम्मत दी, हौसला दिया मुस्कुरा कर दिल में विश्वास दिया
दूसरों से उम्मीद ना भी हो खुद पर विश्वास क्यों नहीं रहता। दूसरों से उम्मीद ना भी हो खुद पर विश्वास क्यों नहीं रहता।