लिखना और पढ़ना ही मेरी जिंदगी है।
कृषक चले खेत में लेकर हल को साथ जगी आस धान की खेतों में कटे रात कृषक चले खेत में लेकर हल को साथ जगी आस धान की खेतों में कटे रात
जब जब विपदा आई है मातृभूमि पर तब तब बन शूल अरि पर बरसी है। जब जब विपदा आई है मातृभूमि पर तब तब बन शूल अरि पर बरसी है।
किसी से ना रुके तू, कभी भी ना झुके चलता रहे प्रखर पथ पर तू सम्मान से किसी से ना रुके तू, कभी भी ना झुके चलता रहे प्रखर पथ पर तू सम्मान से
संकट घड़ी मेवाड़ का राज विक्रम पर गिरी छल की गाज संकट घड़ी मेवाड़ का राज विक्रम पर गिरी छल की गाज
ले अब संकल्प तू, धरा पर आया तो कुछ कर जीवन की गाड़ी में चल आनंद का सफर कर ना कुछ पाएगा गर कर्तव्य ... ले अब संकल्प तू, धरा पर आया तो कुछ कर जीवन की गाड़ी में चल आनंद का सफर कर ना क...
जख्म देना तो अब एक दस्तूर है बस जख्म देना तो अब एक दस्तूर है बस
कुछ ख्वाब यूँ रुलाते है बनकर घाव तड़पाते है खोये से रहते है हम यूँ जब ख्वाब नहीं आते है। कुछ ख्वाब यूँ रुलाते है बनकर घाव तड़पाते है खोये से रहते है हम यूँ जब ख्वाब न...
कर मिलन इस तरह ज्यों मिलती नदी सागर में। कर मिलन इस तरह ज्यों मिलती नदी सागर में।
सुन ओ मेरी सजनी मुझे दिल में बसा लो ना। सुन ओ मेरी सजनी मुझे दिल में बसा लो ना।
थक गई बेचारी इस जग से ना लड़ सकी तुझसे हक़ से कभी पूरी ना हुई उसकी आस एक दिन मिली फंदे पर लाश!!... थक गई बेचारी इस जग से ना लड़ सकी तुझसे हक़ से कभी पूरी ना हुई उसकी आस एक दि...