साहित्य मेरी जिंदगी है,, यही मेरी आखिरी इश्क़ है..
Share with friendsसोनू की तरफ वगैर अर्थ के ही चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हुए अपने दैनिक रोजमर्रा के काम के
Submitted on 24 Jul, 2020 at 08:12 AM
आज पता चला आप जैसे पैसे वालों के पास भी इंसानियत जिंदा है!
Submitted on 10 Jun, 2020 at 23:14 PM
"वाह रे सरकार हम गरीबों को तो कहीं का नहीं छोड़ रही
Submitted on 06 May, 2020 at 23:17 PM
अचानक एक ट्रकवाला धक्का मारकर बड़े ही तेज़ी से भाग गया । यह सब हादसा नेहा के आँखों के सामने हो रहा था। वह यह सब देखकर खु...
Submitted on 21 Apr, 2020 at 20:16 PM
हां कविता जी आप बिल्कुल सही कह रही है यही एक कड़वा सच है।
Submitted on 02 Feb, 2020 at 08:30 AM
इधर मां, बेटी के लिए तड़पती रहती। अपने नकारा बेटो के वजह से। उधर बेटी बेबस थी। अपने ससुराल के वजह से। अब तो उसके पति रूप...
Submitted on 02 Feb, 2020 at 08:20 AM
इतना बोलकर - पं० जी जय हो माँ ! लक्ष्मी कहकर जोर- जोर से जयकारा लगाने लगे।
Submitted on 23 Oct, 2019 at 07:19 AM
ये नाम आप क्या सोच कर बोली है? आप अपने विचार मुझे अवगत कराएं।
Submitted on 18 Oct, 2019 at 11:02 AM