मैं ऑन लाइन अध्यापिका हूँ। समय मिलने पर कुछ लिख लेती हूँ।
जो अपने में तूफान समेटे थे वे गंगाजल सुनामी-से बह गए, जो अपने में तूफान समेटे थे वे गंगाजल सुनामी-से बह गए,
क्यों इस जीवन रूपी मधुर मधु को सरलता से पीती नहीं ? क्यों इस जीवन रूपी मधुर मधु को सरलता से पीती नहीं ?
मैंने बच्चों को गुस्सा कर दिया आप प्यार से बात कर लेना मैंने बच्चों को गुस्सा कर दिया आप प्यार से बात कर लेना
कभी रुकमणी की गृहस्थी में आग न लगाई। कभी रुकमणी की गृहस्थी में आग न लगाई।
क्रोध इंसानियत हर लेता शक रिश्तों को स्वाहा कर देता। क्रोध इंसानियत हर लेता शक रिश्तों को स्वाहा कर देता।
फिर उत्पन्न हुए अस्थिर विचार और भाव फिर उत्पन्न हुए अस्थिर विचार और भाव
कब तक तड़पेंगे आखिर एक दिन गुब्बारे-से फट ही जाएँगे। कब तक तड़पेंगे आखिर एक दिन गुब्बारे-से फट ही जाएँगे।
चक्षों के आँसू सूख गए समुद्र में तूफान रुक गए। चक्षों के आँसू सूख गए समुद्र में तूफान रुक गए।
मैंने जग भूला उन्हें अपनी धड़कन दे दी, उन्होंने मेरी धड़कन की गति ही रोक दी, मैंने जग भूला उन्हें अपनी धड़कन दे दी, उन्होंने मेरी धड़कन की गति...
इन सुनसान गाँवों में बसाएँ फिर से नई उमंगों की कहानी। इन सुनसान गाँवों में बसाएँ फिर से नई उमंगों की कहानी।