writer and reader
इस मिट्टी की रक्षा हेतु तन - मन समर्पित हमारा, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा। इस मिट्टी की रक्षा हेतु तन - मन समर्पित हमारा, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान ...
फिर भी यूँ चुप- चुप क्यों हो कुछ बोलते क्यों नहीं माधव ? फिर भी यूँ चुप- चुप क्यों हो कुछ बोलते क्यों नहीं माधव ?
करें हम पालन अपने नैतिक सिद्धांतों का। करें हम पालन अपने नैतिक सिद्धांतों का।
हो जाती माँ भारती भी गदगद जब जन्म लेते हैं भारत के वीर। हो जाती माँ भारती भी गदगद जब जन्म लेते हैं भारत के वीर।
उसकी समंदर सी आंखों में न जाने क्यों उमड़ने लगा है। उसकी समंदर सी आंखों में न जाने क्यों उमड़ने लगा है।
जिसके लिए दिल सदा इबादत करता जिसके लिए दिल सदा इबादत करता
सीखकर पाठ मर्यादा पुरुषोत्तम जीवन से संवर जाए यह मानुष तन फिर। सीखकर पाठ मर्यादा पुरुषोत्तम जीवन से संवर जाए यह मानुष तन फिर।
कोहरा.... तेरे मेरे इश्क़ पर छाया है बन सन्नाटा कोहरा.... तेरे मेरे इश्क़ पर छाया है बन सन्नाटा
पानी में छप छपाक करना..... ऐसा लगा मानो पानी में छप छपाक करना..... ऐसा लगा मानो
जीवन में हर मोड़ पर सहयोग देने वाले , बिना किसी स्वार्थ के, हां, इक पिता ही तो है। जीवन में हर मोड़ पर सहयोग देने वाले , बिना किसी स्वार्थ के, हां, इक पिता ह...